Agriculture News: जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ० राजेन्द्र पाल सिंह जनपद के गन्ना उत्पादक किसानों को परामर्श दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समय जनपद में गन्ने की फसल में लाल सड़न रोग का प्रकोप देखा जा रहा है। इस रोग से ग्रषित पौधों की पत्तियों पर लाल रंग के धब्बे पड़ने लगते हैं एवं पत्तियां पीली होकर सूख जाती हैं। गन्ने को बीच में से फाड़ने पर लाल रंग दिखाई देने लगता है। जिससे एल्कोहल की गंध आती है।
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लाल सड़न रोग के नियंत्रण के लिए रोग ग्रषित पौधों को उखाड़कर गहरे गढ्ढे में दबा दें एवं उखाड़े गये पौधे के स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करें। इस रोग से बचाव के लिए गन्ने के बीज को ट्राइकोडरमा 5-6 ग्राम अथवा कार्बन्डाजिम 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से मिलाकर बीज को 15 से 20 मिनट तक डुबोकर रखें उसके पश्चात बुवाई करें।
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भूमि शोधन हेतु 2.5 किग्रा ट्राइकोडरमा को 65 से 70 किग्रा गोबर की गली खाद में मिलाकर एक सप्ताह छायादार स्थान पर रखने के पश्चात एक हैक्टेयर भूमि में अन्तिम जुताई के समय बुरकाव कर बुवाई करें। अधिक जानकारी हेतु जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क करें। मो० न०- 7983845127, 8650128597 पर सम्पर्क कर आप खेती से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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