World cup 2011 Yuvraj Singh Performance: भारत ने 2011 वनडे विश्व कप में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार ट्रॉफ़ी जीती थी। यह टूर्नामेंट महेंद्र सिंह धोनी तथा सचिन तेंदुलकर के लिए बहुत ख़ास था। लेकिन इस विश्व कप के सबसे बड़े नायक युवराज सिंह रहे थे। जिन्होंने स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद भी अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन से टीम को विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
युवराज सिंह ने इस टूर्नामेंट में 300 से ज़्यादा रन बनाने के अलावा पंद्रह विकेट लिए थे। वह विश्व कप में ऐसा करने वाले पहले ऐसे ऑलराउंडर बने। आयरलैंड के ख़िलाफ युवराज सिंह ने दमदार प्रदर्शन किया। वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक विश्व कप में 5 विकेट लेने के साथ ही 50 रन भी बनाए।
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एक विश्व कप में चार बार बने मैन ऑफ द मैच
युवराज सिंह ने कई मैचों में प्रभावित किया। उन्हें कुल मिलाकर चार बार मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। किसी भी विश्व कप में सर्वाधिक बार यह पुरस्कार जीतने के मामले में युवराज सिंह ने श्रीलंका के अरविंद डि-सिल्वा तथा दक्षिण अफ़्रीका के लांस क्लूजनर की बराबरी कर ली। युवराज सिंह ने इस पूरे टूर्नामेंट में 362 रन बनाए और 15 विकेट अपने नाम किए थे।
- उनके प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने ग्रुप चरण के मैच में इंग्लैंड के ख़िलाफ 58 रन बनाए।
- आयरलैंड के ख़िलाफ नाबाद 50 रन बनाने के अलावा पांच विकेट अपने नाम किए।
- नीदरलैंड के ख़िलाफ नाबाद 51 रन बनाने के साथ दो विकेट लिए।
- दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ 12 रन बनाए, इस मैच में उन्हें विकेट नहीं मिल सका।
- वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ उन्होंने शानदार शतक लगाते हुए 113 रन की पारी खेली और दो विकेट अपने नाम किए।
- क्वाटर फ़ाइनल मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ नाबाद 57 रन बनाए और दो विकेट लिए।
- पाकिस्तान के ख़िलाफ सेमीफ़ाइनल में उन्हें बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा नहीं मिला।
- लेकिन, शानदार गेंदबाज़ी करते हुए दो विकेट अपने नाम किए।
- श्रीलंका के ख़िलाफ फ़ाइनल मुक़ाबले में उन्होंने नाबाद 21 रन बनाने के अलावा दो विकेट झटके थे।
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