Technology of Germany: सडक पर पड़े पुराने पत्थर में सीमेंट व केमिकल को मिश्रित कर नीचे की परत को मजबूत बनाया जाएगा। जर्मनी की टेक्नोलॉजी से बनने वाली यह सड़क पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पहली सड़क होगी। हसनपुर तहसील के आदमपुर ढवारसी मार्ग का निर्माण जर्मनी की तकनीक का उपयोग कर किया जाएगा। 5.8 किमी लम्बे इस मार्ग के निर्माण में 7 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत आएगी। शनिवार को 100 मीटर सड़क का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके 27 दिन बाद इस मार्ग के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री के नमूने रूड़की के आई आई केन्द्र भेजे जाएंगे। जहां से हरी झंडी मिलने के बाद शेष मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
जनपद अमरोहा की तहसील हसनपुर के ढवारसी से आदमपुर के 5.8 किमी लम्बे मार्ग को 5.5 मीटर की पक्की सड़क तथा सड़क के दोनों ओर 1.5-1.5 मीटर की मिट्टी से सड़क को मजबूत किया जाएगा। इस मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत किया जाएगा। इसके निर्माण में 7 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत आएगी तथा इसके निर्माण के लिए अक्टूबर 2023 तक पूरा करने का टेंडर हंसराज कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।
पुराने पत्थर में सीमेंट व ऐडिवेटिड केमिकल मिलाकर बनेगी नीचे की परत
यह सड़क पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जर्मनी की टेक्नोलॉजी से ट्रायल के तौर पर पहली बार बनाई जा रही है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता रोहित वार्ष्णेय ने बताया कि इस सड़क पर पड़े पुराने पत्थर में सीमेंट व ऐडिवेटिड केमिकल मिलाकर नीचे की परत को मजबूत किया जाएगा, ताकि बारिश के मौसम में सड़क में गड्ढा ना बन पाए। इस परत के बाद 30 एमएम की रोडी व तारकोल की परत बनाई जाएगी। भविष्य में तारकोल की परत उखड़ने के बाद पत्थर आदि डालने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जिससे सरकार को जीर्णोद्धार करने में खर्च में भारी कमी आएगी।
100 मीटर सड़क के निर्माण का कार्य आरम्भ कर दिया गया है तथा इसके निर्माण के पश्चात 27 दिन बाद इसके निर्माण के सैम्पल रूड़की के आईआईटी केन्द्र भेजे जाएंगे। जहां पर उनकी जांच के उपरांत हरी झंडी मिलने पर शेष सड़क का निर्माण पूर्ण कराया जाएगा।
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