PM KISAN SAMMAN NIDHI: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 फ़रवरी को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त जारी कर दी है। देश भर के आठ करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 16, हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि डीबीटी (DVT) माध्यम से ट्रांसफर की गई है। योजना की 12वीं किस्त अक्टूबर 2022 को जारी की गई थी। योजना में सम्मलित किसान 13वीं किस्त का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। प्रधानमंत्री द्वारा किसानों को होली से पहले 2 हज़ार रुपया की क़िस्त भेजकर होली का उपहार दिया गया है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत प्रत्येक वर्ष किसानों के खाते में ₹2000 की 3 किस्तों के माध्यम से ₹6000 ट्रांसफर किए जाते हैं। अभी तक सरकार द्वारा किसानों के खाते में 12 किस्त भेजी जा चुकी हैं। अब होली से पहले सरकार ने 13वीं किस्त देकर किसानों को होली का उपहार दिया है।
13वीं किस्त पाने के लिए जरूरी दिशा निर्देश
जिन कृषकों की एन०पी०सी०आई० नहीं हुई है, ऐसे कृषकों की सूची कृषि विभाग के क्षेत्रिय कर्मचारियों के पास उपलब्ध है । यदि आपके द्वारा अपने बैंक खाता और आधार संख्या को एन०पी०सी०आई० से सीड नहीं कराया गया है तो 25 फरवरी से पूर्व अपने बैंक शाखा में जाकर खाते और आधार संख्या को एन०पी०सी०आई० में सीड करा लें । अन्यथा आने वाली सम्मान निधि रुक जाएगी।
ई-केवाईसी कराना अनिवार्य
यदि कृषक के डाटा में ई-के०वाई०सी० पूर्ण नहीं है तो दो प्रकार से ही करा सकते हैं ।
1- जन सेवा केंद्र पर आधार और अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं ।
2- दूसरा तरीका मोबाइल या लैपटॉप से स्वयं कर सकते हैं।
ऐसे करें:- अपने मोबाइल पर गूगल क्रोम खोलें टाइप करें pmkisaan.gov.in उसके बाद सर्च पर दवाएं। पहले वाले लिंक pmkisan.gov.in पर क्लिक करना है। ई-केवाईसी वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है। यहां अपने आधार कार्ड के 12 अंकों को भरें और सर्च वाले बटन को दबाएं। अब अपना मोबाइल नंबर भरें और “गेट मोबाइल ओटीपी” के बटन को दबाएं। मोबाइल नंबर पर 4 अंक का ओटीपी आएगा, उस ओटीपी को खाली बॉक्स में भर कर ‘सबमिट’ के बटन को दबाएं। आधार पर लगे मोबाइल नंबर पर फिर से 6 अंको का ओटीपी आएगा। उस ओटीपी को आखिरी खाली बॉक्स में भरकर ‘सबमिट’ का बटन दबाएं। आपकी ई-केवाईसी पूरी हो जाएगी।
यदि आपके पास ओटीपी नहीं आ रहा है तो इसका मतलब है कि आप के आधार पर मोबाइल अपडेट नहीं है। आपको जन सेवा केंद्र पर जाकर अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी करानी होगी।
भूलेख अंकन भी होगा जरूरी
यदि आपकी लगातार किस्तें आ रही थी किन्तु अक्टूबर 2022 वाली क़िस्त नहीं आई है तो तत्काल अपने न्याय पंचायत के कृषि कर्मचारी से (ग्राम प्रधान से मोबाइल नम्बर प्राप्त कर सकते हैं) संपर्क करके नवीनतम खतौनी एवं आधार उपलब्ध करा दें। संपर्क न होने पर संबंधित विकास खंड स्थित राजकीय कृषि बीज भंडार पर उपलब्ध करा दें ताकि अग्रिम कार्यवाही पूर्ण की जा सके।
नया पंजीकरण है तो यह करें
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पति-पत्नी एवं नाबालिग बच्चे में से मात्र एक व्यक्ति ही पात्र होता है। यदि घर में बालिग बेटा अथवा बेटी हैं और भूमि दिनांक 01 फरवरी 2019 से पहले खरीदी है या पिता की मृत्यु के बाद विरासत से आई है तो ऐसे किसान जन सेवा केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। 01 फरवरी 2019 के बाद भूमिहीन व्यक्ति द्वारा यदि जमीन खरीदी गई है तो वह अपात्र है।
तहसील द्वारा रिजेक्ट होने पर
ऐसे कृषक जिन्होंने वर्ष 2019 में या उसके बाद जन सेवा केंद्र एवं स्वयं से पंजीकरण कराए थे। उनमें से कुछ का डाटा कमियों के कारण तहसील एवं कृषि विभाग द्वारा रिजेक्ट कर वापस किया जा रहा है, क्योंकि उस समय आधार, भूलेख एवं बैंक खाता विवरण अपलोड करने की व्यवस्था नहीं थी। कुछ डाटा में आधार एवं खतौनी अपठनीय होने के कारण भी रिजेक्ट कर वापस भेजे जा रहे है। ऐसे कृषक को जन सेवा केंद्र पर जाकर pmkisan.gov.in वेबसाइट के फार्मर कॉर्नर में “स्टेटस ऑफ सेल्फ रजिस्टर्ड” से देखकर अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए जन सेवा केंद्र पर ही साफ-साफ आधार एवं खतौनी अपलोड करानी चाहिए।
जिन किसानों के स्टेटस में “लैंड सीडिंग- नो” प्रदर्शित हो रहा है ऐसे किसान तत्काल अपनी ग्राम पंचायत के कृषि विभाग के कर्मचारी या विकास खंड स्तर के राजकीय कृषि बीज भंडार पर संपर्क करके आधार कार्ड एवं नवीनतम खतौनी उपलब्ध करा दें जिससे उनके भुलेख अंकन की कार्यवाही करके सम्मान निधि का लाभ दिलाया जा सके।