Maa kela devi temple: उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में स्थित मां कैला देवी मंदिर का इतिहास लगभग 700 वर्ष पुराना है। देशभर में मां कैला देवी के मात्र दो ही मंदिर स्थित है। पहला राजस्थान के करौली में तथा दूसरा उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में है। मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में एक शेर प्रत्येक रात को मां के दर्शन करने आता है। मां कैला देवी को यादवों की कुलदेवी माना जाता है। सोमवार को मां के दर्शन करने का विशेष महत्व है। मंदिर परिसर में एक प्राचीन बरगद का पेड़ है, जिसे स्थानीय निवासी 700 वर्ष पुराना बताते हैं।
ये तीन मुख्यमंत्री ले चुके हैं मां का आशीर्वाद
वैसे तो मंदिर पर प्रतिदिन भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन चैत्र मास एवं अश्विन मास के नवरात्रों में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ मंदिर पर पूजा अर्चना करने पहुंचती है। इसके अलावा मान्यता है कि प्रत्येक सोमवार को मंदिर में पूजा करने पर विशेष फल प्राप्त होता है। स्थानीय निवासियों की मानें तो नवरात्र की प्रत्येक रात्रि को एक शेर मां के दर्शन करने आता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर पर पहुंचकर मां के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया था। उनसे पहले भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव तथा उनके बेटे अखिलेश यादव भी कैला देवी मंदिर पर पहुंचकर मां का आशीर्वाद प्राप्त कर चुके हैं।
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इस तरह आसानी से पहुंचे मंदिर तक
कैला देवी मंदिर पर पहुंचने के लिए संभल अनूपशहर रोड से 3 किलोमीटर अंदर जाना पड़ता है। इस मंदिर से रोडवेज बस स्टैंड 5 किलोमीटर तथा रेलवे स्टेशन 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा 170 किलोमीटर दिल्ली तथा 215 किलोमीटर दूरी पर देहरादून पड़ता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कैला देवी मंदिर को नए थाने की सौगात दी है। इसके अलावा इस धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भी घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गई है।