AMROHA NEWS: जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी द्वारा तहसील धनौरा स्थित कान्हा गौशाला गजरौला का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने खली चौकर भूसा की उपलब्धता गायों को काऊ कोट की व्यवस्था तथा ठंड के दृष्टिगत गौशाला को चारों ओर से ढकने की तिरपाल की व्यवस्था सहित विभिन्न बिंदुओं पर निरीक्षण किया। गौशाला में तिरपाल फटा होने, सभी गायों को कॉउ कोट उपलब्ध ना होने और खली की उपलब्धता ना होने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
तीन दिन के अंदर सुधार करने के निर्देश दिए अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाने की हिदायद दी। कहा कि गौशाला में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। निर्देश दिए कि ठंड के दृष्टिगत पशुओं की विशेष देखभाल की जाए।
गौशाला को तिरपाल से ढक कर रखा जाए
कोई भी पशु ठंड के अभाव में मरना नहीं चाहिए। प्रत्येक पशु को काऊ कोट की उपलब्धता हो। पूरे गौशाला को तिरपाल से ढक कर रखा जाए ताकि ठंडी हवा गौशाला में प्रवेश न कर सके और गायें आराम से रह सके। खली, भूसा, चोकर की उपलब्धता पर्याप्त होनी चाहिए। जो भी डॉक्टर तैनात हैं, वह समय-समय पर गौशाला में आकर पशुओं को देखते रहें। कोई भी पशु बीमार होता है तो शीघ्र ही पशुओं का इलाज होना चाहिए। गौशाला में 209 पशु संरक्षित पाए गए।
कोई भी पशु छुट्टा नहीं घूमना चाहिए
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि जो पशु छुट्टा घूम रहे हैं, उनको अभियान चलाकर सम्बन्धित गौशाला में शिफ्ट किया जाए। कोई भी पशु छुट्टा नहीं घूमना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी नगर पालिका के कर्मचारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व पशुपालन विभाग के चिकित्सक मौजूद रहे।
तीन दिन के अंदर सुधार करने के निर्देश दिए अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाने की हिदायद दी। कहा कि गौशाला में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। निर्देश दिए कि ठंड के दृष्टिगत पशुओं की विशेष देखभाल की जाए।