जैविक खेती करने वाले किसानों को दिया प्रशस्ति पत्र, विराट किसान मेला

Jaivik kheti: कृषि विज्ञान केंद्र गजरौला में जैविक खेती विराट किसान मेला आयोजित हुआ| खेती में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र दिया गया| जैविक उत्पादों की मांग देश और देश के बाहर भी बढ़ रही है, जिससे किसानों की आय में बृद्धि होगी| किसान बंधु जैविक खेती करना प्रारंभ करें, इससे आपकी और आपकी खेती की सेहत में सुधार होगा| किसान 25 प्रतिशत खेती पर जैविक खेती अवश्य करें|

जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी की अध्यक्षता एवं विधायक राजीव तरारा की उपस्थिति में कृषि विज्ञान केंद्र गजरौला में परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत जैविक खेती विराट किसान मेले का आयोजन किया गया। किसान मेला में मत्स्य विभाग, गन्ना विभाग, जैविक सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकरी के स्टॉल भी लगाए गए| जिनका विधायक जी ने अवलोकन कर विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली।

जैविक खेती करना प्रारंभ करें

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि Jaivik Kheti कोई नई चीज नहीं है, यह तो बहुत पुरानी कृषि है| हम लोग इसको धीरे-धीरे भूलते जा रहे हैं| पहले यह खेती होती थी तो मिट्टी का स्वास्थ्य और हमारा स्वास्थ्य ठीक रहता था| लेकिन अब यह बिगड़ता जा रहा है। यह पुष्टिवर्धक होता है, जिससे हम स्वस्थ रहते थे और बीमारियां दूर रहती थी| आप लोग जैविक खेती करना प्रारंभ करें, इससे आपको फसल की अच्छी कीमत मिलेगी जिससे आपकी आय भी बढ़ेगी।

जैविक उत्पादों की बहुत अच्छी मांग है| आप सभी Jaivik उत्पादों को प्रयोग में लें इसे प्राथमिकता दें, इससे आपका और आपके परिवार का स्वास्थ ठीक रहेगा। मिट्टी की सेहत सही होगी और प्रदूषण भी कम होगा। सरकार गंगा किनारे के गांवों में जैविक खेती करने के प्रति प्रेरित कर रही है| इससे गंगा का प्रदूषण भी दूर हो सकेगा और गंगा किनारे Jaivik Kheti उत्पन्न होने से लोगों को अच्छे उत्पाद भी मिल सकेंगे|

25 प्रतिशत भूमि पर प्रारंभ करें जैविक खेती 

विधायक राजीव तरारा ने कहा कि अपने आपको और प्रकति को स्वस्थ रखने के लिए Jaivik Kheti को अपनाना बहुत ही आवश्यक हो गया है| Jaivik Kheti से प्राप्त उत्पाद से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बढ़ेगी। जैविक उत्पाद अच्छी रेट पर बिकता है| अपनी 25 प्रतिशत भूमि पर Jaivik Kheti करना प्रारंभ करें। खेती में लगातार उर्वरक और रासायनिक तत्वों का प्रयोग करने से मिट्टी की सेहत खराब हो रही है, इसलिए Jaivik Kheti अपनाएं। कृषि विज्ञान केंद्र गजरौला में आकर किसान Jaivik Kheti से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं|

इस अवसर पर जिलाधिकारी व विधायक जी द्वारा Jaivik Kheti में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया| इसके आलावा किसानों को सरसों की मिनी किट का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी माया शंकर यादव, मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार मिश्र, जिला विकास अधिकारी, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र गजरौला, प्राची पटेल कृषि वैज्ञानिक गजरौला सहित अन्य संबंधित अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक उपस्थित रहे।