SUGARCANE 2024: हरियाणा सरकार ने गन्ने की अगेती फसल का रेट बढ़ाया है। अब प्रदेश के गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल गन्ने का रेट 372 रुपए से 14 रुपए बढ़ाकर 386 रुपए कर दिया गया है। सरकार ने 2024 की गन्ने की फसल के रेट के लिए यह घोषणा की है। जिससे प्रदेश के गन्ना किसानों को लाभ होगा। जहां तक महाराष्ट्र की बात है तो यहां एफआरपी यानी उचित और लाभकारी मूल्य लागू है। जिसे केंद्र सरकार तय करती है। यह 2023-24 के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल है। हालांकि, यहां गन्ने की कटाई और ढुलाई का खर्च सरकार देती है।
- हम आपको बता दें कि यूपी में गन्ने का रेट फिलहाल 350 रुपए प्रति कुंतल है।
- यूपी के किसान संगठन 400 रुपए रेट तय करने की मांग कर रहे हैं।
- सरकार ने भी किसानों को गन्ने का रेट बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
- जिससे उम्मीद लगाई जा रही है कि गन्ने का रेट बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही घोषणा की जा सकती है।
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गन्ना पर्ची कैलेंडर देखें इस एप को करें डाउनलोड
UP CANE: भारत में गन्ने की सबसे बड़ी खेती महाराष्ट्र में होती है। सत्र 2022-23 में 138 लाख टन से अधिक उत्पादन के साथ महाराष्ट्र गन्ना उत्पादक राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है। राज्य में बारहमासी जल आपूर्ति इसका मुख्य कारण है। सैकेरम ऑफाइसिनारम (गन्ना) ग्रैमी नी (पोएसी) घास कुल का पौधा है जो कि एक एक बीज पत्री समुदाय से संबंधित है। गन्ने का वानस्पतिक नाम Saccharum officinarum (सैकेरम ऑफाइसिनारम) है। 1753 में लिनेकस द्वारा गन्ने को सैकेरम (Saccharum) नाम दिया गया था। यूपी के किसान गन्ना पर्ची देखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के ऑफिसियल वेबसाइट caneup.in पर जाकर चेक कर सकते है। उत्तर प्रदेश गन्ना पर्ची, चीनी मिल व गन्ना भुगतान आदि से संबधित जानकारी के लिए कृपया इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक ऐप लांच किया गया है। इस ऐप का नाम ई केन ऐप है। इस ऐप को गन्ना किसान अपने मोबाइल फोन में प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके द्वारा गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पश्चिमी यूपी में सबसे अधिक गन्ना उत्पादन
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गंगा यमुना क्षेत्र में प्रदेश के कुल गन्ना क्षेत्रफल का लगभग 65 प्रतिशत गन्ने का उत्पादन किया जाता है।
- इस क्षेत्र के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, और बुलन्दशहर जिलों में सबसे अधिक गन्ने का उत्पादन होता है।
- ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक देश है।
- जिसके बाद भारत, चीन और थाईलैंड का स्थान आता है।
- ब्राजील हर साल लगभग 768 मिलियन टन गन्ने का उत्पादन करता है।
गन्ने का रस पोषक तत्वों से युक्त
- गन्ने का रस सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों से युक्त हैं।
- गर्मियों में शरीर को हाइड्रेटेड रखने के अलावा गन्ने का रस आपको कैंसर से बचाने,
- पाचन को दुरुस्त रखने, किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाने, हड्डियों को मजबूत बनाने और
- खून की कमी से बचाने आदि में सहायक है।
- इससे गुड़, शक्कर, चीनी, खांड़ आदि खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं।
- यह हमारे देश की मुख्य फसलों में से एक है। इसे ईख भी कहा जाता है।
ये हैं गन्ने के लाभ और नुकसान
- गन्ना कैल्शियम और पोटेशियम जैसे खनिजों से युक्त होता है।
- इसलिए अगर आप गन्ना खाने के तुरंत बाद पानी पीते हैं।
- तो खनिज पानी के साथ प्रतिक्रिया करते हैं।
- जिसके कारण पेट में दर्द, सूजन, सीने में जकड़न, पेट में अल्सर, मुंह में अल्सर और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- गर्मी के मौसम में खाली पेट गन्ने का जूस पीने से आपका शरीर पूरे दिन हाइड्रेट रहता है।
- क्योंकि गन्ने के जूस से आपके दिन भर की थकान और डिहाइड्रेशन की समस्या दूर होती है।
- इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर हाइड्रेट रहे तो आप रोजाना खाली पेट गन्ने के जूस का सेवन करें।
- हालांकि एके7 न्यूज इसे प्रमाणित नहीं करता है।