Sports News: एएसएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल विकासखंड जोया में जिलाधिकारी अमरोहा द्वारा जिला स्तरीय कबड्डी एवं कुश्ती ट्रायल प्रतियोगिता का माँ सरस्वती की मूर्ति पर माल्यर्पण व दीप प्रज्वलित कर तथा गुब्बारा उड़ा कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यालय की बालिकाओं द्वारा हारमोनियम की सुंदर ध्वनि के साथ सरस्वती गीत की मनमोहक प्रस्तुति की गई। खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ कुश्ती प्रतियोगिता से हुआ। जिलाधिकारी ने प्रतियोगिता में भाग ले रही छात्राएं सोनम और नेहा के हाथ मिला कर कुश्ती की शुरुआत कराई। खेल शुभारंभ होने से पूर्व जिलाधिकारी ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रही सभी बालिकाओं से एक-एक करके हाथ मिलाया और उनकी किस खेलों में रुचि सहित विभिन्न बिंदुओं पर बालिकाओं से परिचय लेकर उनको बधाई और शुभकामनाओं के साथ उज्जवल भविष्य की कामना की।
खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से आता है निखार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि खेल की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं और उसमें भी पूरी प्रतियोगिता में बालिकाएं प्रतिभाग कर रही हैं, यह बड़े हर्ष की बात है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान की भी मंशा इन प्रतियोगिताओं में बालिकाओं की भागीदारी होने से पूरी हो रही है। आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं और अच्छा प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही हैं। विद्यालय स्तर पर खेल की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से निखार आता है और धीरे-धीरे खेल में रूचि बढ़ती है और वह जनपद स्तर, मंडल स्तर और राज्य स्तर तक की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर अच्छे खिलाड़ी बनकर देश में अपना नाम रोशन करते हैं साथ ही परिवार का मान बढ़ाते हैं।
आप लोग पूरी इमानदारी और मेहनत से प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करें और जिस भी खेल में आपकी रुचि है उसमें पूरी लगन के साथ मेहनत करें, अवश्य ही आप जीवन में सफल होंगे और एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में उभर कर आएंगे।
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास संभव
खेल से शरीर स्वस्थ होने के साथ-साथ मस्तिष्क का विकास होता है और रोजगार के अवसर भी सुलभ होते हैं। खेल हमें, आत्मविश्वास के स्तर का निर्माण करना और सुधार करना सिखाता है। यदि हम खेल का नियमित अभ्यास करें तो हम अधिक सक्रिय और स्वस्थ रह सकते हैं। खेल गतिविधियों में शामिल होना हमें बहुत से रोगों से सुरक्षित करने में मदद करता है; जैसे– गठिया, मोटापा, हृदय की समस्याओं, मधुमेह आदि। विद्वानों ने कहा है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास संभव है और शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बनाने के लिए खेल अनिवार्य है। मनोवैज्ञानिक पी.साइरन ने कहा है- ‘अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं’।
इन दोनों की प्राप्ति के लिए जीवन में खिलाड़ी की भावना से खेल खेलना आवश्यक है। खेलने से शरीर को बल, माँस-पेशियों को उभार, भूख को तीव्रता आलस्यहीनता तथा मलादि की शुद्धता प्राप्त होती है। खेल खेलने से मनुष्य को संघर्ष करने की आदत लगती है।
खिलाड़ी को खेल के मैदान में मिलता है अपूर्व आनंद
जीवन की जय-पराजय को आनंदपूर्ण ढंग से लेने की महत्त्वपूर्ण आदत खेल खेलने से ही आती है। खेल हमारा भरपूर मनोरंजन करते हैं। खिलाड़ी हो अथवा खेल प्रेमी दोनों को खेल के मैदान में एक अपूर्व आनंद मिलता है। हमें जिस खेल में भी रूचि हो उसमें पूरी ईमानदारी के साथ पहले मेहनत करें और फिर कोई भी प्रतियोगिता हो उसमें प्रतिभाग कर अच्छा प्रदर्शन करने का पूरा प्रयास करें जी जान से मेहनत करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी चन्द्र शेखर शुक्ल, जिला क्रीड़ा अधिकारी देश कांत त्यागी, प्रबंधक वीरेंद्र गुप्ता सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी तथा एएसएम कॉलेज के प्रबंधक, कोच और बड़ी संख्या में विभिन्न विद्यालयों से प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए आए हुए बच्चे व विद्यालय के स्टाफ उपस्थित रहा।