RAJIV GANDHI: “सद्धभावना दिवस” के रूप में मनाई जाती है राजीव गांधी जयंती

SADBHAVANA DIWAS: भारत में प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को “सद्धभावना दिवस” मनाया जाता है। इसे “समरसता दिवस” तथा “राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस” के नाम से भी जाना जाता है। यह महत्वपूर्ण दिवस भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के उपलक्ष में मनाया जाता है। राजीव गांधी एक दूरदर्शी प्रधानमंत्री थे। जिन्होंने सैन्य तख्तापलट और आतंकी संगठनों के खिलाफ मदद बढ़ाकर कई देशों में शांति बहाल करने का सराहनीय प्रयास किया था।

शासन के निर्देशानुसार शुक्रवार को भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्म दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को सद्भावना की शपथ दिलाई। सद्धभावना दिवस मनाने का विचार सभी धर्म, भाषा और क्षेत्र के लोगों के मध्य राष्ट्रीय एकीकरण/साम्प्रदायिक सद्धभाव को बढ़ावा देना है।

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सद्भावना दिवस पर लें यह शपथ

शपथ- “मैं प्रतिज्ञा करता/करती हूं कि मैं जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्धभावना के लिए कार्य करूंगा/करूंगी। मैं पुनः प्रतिज्ञा करता/करती हूं कि मैं हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद, बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाउंगा/सुलझाउंगी।”

सर्वविदित है कि प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्म दिवस को सद्धभावना दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस वर्ष 19 और 20 अगस्त को शानिवार और रविवार होने के दृष्टिगत केन्द्र सरकार के कार्यालयों में अवकाश होने के कारण सद्धभावना दिवस प्रतिज्ञा समारोह का आयोजन शुक्रवार दिनांक 18 अगस्त 2023 को आयोजित किया गया है।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) सुरेन्द्र सिंह, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) मायाशंकर, डिप्टी कलेक्टर अनिल कुमार आदि सहित कलेक्ट्रेट परिसर के समस्त अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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सद्भावना का महत्व

सद्भावना का मतलब एक दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखना है। राजीव गांधी भारत के एक युवा नेता एवं प्रधानमंत्री थे। भारत के विकास के लिए उन्होंने अनेकों कार्य किए। इनका एक ही उद्देश्य था कि देश के सभी जाति, धर्म के लोग एक दूसरे से प्यार करें तथा एक दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखें।