ACTION: सीएम के निर्देश पर क्षेत्र में फर्जी तरीके से पशुओं का उपचार करने वाले झोलाछाप पशु चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम गठित कर दी गई है। अब ऐसे झोलाछाप पशु चिकित्सकों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी के आदेश पर एक टीम गठित की गई है। टीम में तहसील स्तर के पशु चिकित्सा अधिकारी सहित स्थानीय पशु चिकित्सा अधिकारी पुलिस बल के साथ गांव-गांव जाकर झोलाछाप पशु चिकित्सकों को चिन्हित करने का काम करेंगे। यह अभियान 15 जनवरी से शुरू होगा।
अभियान के तहत ऐसे झोलाछाप पशु चिकित्सकों पर कार्रवाई की जाएगी जो अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे हैं। पशुपालन विभाग द्वारा इस प्रकार अवैध रूप से पशु चिकित्सकों में सभी झोलाछाप पशु चिकित्सकों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई एवं नियंत्रण तथा मेडिकल स्टोर पर छापा मार कार्रवाई की जाएगी।
अनेकों झोलाछाप अवैध रूप से कर रहे हैं पशु चिकित्सा
पशु चिकित्सा अधिकारी जोया डॉ इंद्रजीत द्वारा बताया गया कि पशुपालन विभाग के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर खुशीराम के सुपर विजन एवं दिशा-निर्देश में पशु पालकों को सेवा प्रदान करने के लिए स्वरोजगार योजना के अंतर्गत रजिस्टर्ड कार्यकर्ता तैयार किए गए हैं। किंतु अनेक झोलाछाप अपने क्षेत्र में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारियों एवं पशुधन प्रसार अधिकारी के बिना सुपरविजन एवं गाइड लाइंस के ही अवैध रूप से पशु चिकित्सा तथा निम्न गुणवत्ता के वीर से गर्भधान कृत्रिम गर्भधान कार्य में लिप्त हैं। जबकि पशुपालन विभाग द्वारा उच्च गुणवत्ता के वीर से निशुल्क कृत्रिम गर्भधान कराया जा रहा है।
मेडिकल स्टोर पर भी होगी छापामार की कार्रवाई
डाॅ इंद्रजीत ने बताया कि इस संज्ञान में आया है कि मेडिकल स्टोर स्वामी अपने मेडिकल से अनाधिकृत रूप से निम्न गुणवत्ता के वीर का विक्रय कर रहे हैं। जिसमें एक पशुपालक के पशु को उच्च गुणवत्ता वाला वीर प्राप्त नहीं हो रहा है। इनसे पशु नस्ल में गिरावट आ गई है तथा पशुओं में बांझपन की समस्या भी उत्पन्न हो रही है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर झोलाछाप पशु चिकित्सकों व मेडिकल स्टोर पर छापामार की कार्रवाई की जाएगी।