Pm Kisan: जल्दी निपटा लें यह काम, इसी महीने आ सकती है 15वीं किस्त

Pm Kisan Samman Nidhi Yojna 15th Installment update: देश भर के किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सूचना आ रही है। जैसा कि आप जानते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक मदद के उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना चलाई जा रही है। जिसके अंतर्गत ₹6000 प्रति वर्ष किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। जिन्हें ₹2000 की तीन किस्तों के माध्यम से किसानों के खाते में भेजा जाता हैं। अभी तक सरकार द्वारा कुल 14 किस्त योजना के अंतर्गत जारी की जा चुकी हैं। अब किसानों को 15वीं किस्त का इंतजार है। सूत्रों के अनुसार 15वीं किस्त सितंबर माह में ही जारी की जा सकती है, लेकिन किस्त प्राप्त करने के लिए किसानों को कुछ जरूरी काम निपटाने होंगे। आइए हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।

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15वीं किस्त के लिए करने होंगे यह काम

अगली किस्त प्राप्त करने के लिए किसानों को सबसे पहले ई केवाईसी करना जरूरी है। यदि कृषक के डाटा में ई-केवाईसी पूर्ण नहीं है तो दो प्रकार से ई-केवाईसी करा सकते हैं।

  • पहला जन सेवा केन्द्र पर जाकर आधार और अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।
  • दूसरा तरीका आप अपने मोबाईल या लैपटॉप से स्वयं भी ई-केवाईसी कर सकते है।

मोबाईल से ऐसे करें ई-केवाईसी

  • सबसे पहले अपने मोबाइल पर गूगल क्रोम खोलें।
  • इसके बाद “Pmkisan.gov.in” टाईप करें
  • उसके बाद “सर्च” पर क्लिक करें
  • पहले वाले लिंक “Pmkisan.gov.in” पर “क्लिक करना है।
  • फिर “ई-केवाईसी” वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।
  • अब आप अपने आधार कार्ड के 12 अंको को भरकर “सर्च” वाले बटन पर क्लिक करें
  • यहां अपना मोबाइल नंबर भरकर “गट मोबाइल ओ.टी.पी.” के बटन को दबाएं
  • अब आपके मोबाइल नंबर पर एक 4 अंक का “ओ.टी.पी.” आएगा
  • उस “ओ.टी.पी.” को खाली बॉक्स में भरकर “सब्मिट ओ.टी.पी.” के बटन को दबाएं
  • आपके आधार पर लगे मोबाइल नंबर पर फिर से एक 6 अंको का “ओ.टी.पी.” आएगा
  • उस “ओ.टी.पी.” को आखिरी खाली बॉक्स में भरकर “सब्मिट के बटन पर क्लिक करें।
  • अब आपकी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है।

लेकिन यह ध्यान दें कि यदि आपके पास ओ.टी.पी. नहीं आ रहा है, तो इसका मतलब है कि आपके आधार पर मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। ऐसे में आपको जन सेवा केन्द्र पर जाकर अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी करानी होगी।

भूलेख सत्यापन भी अनिवार्य

यदि कृषक के डाटा में भूलेख अंकन नहीं है तो आवेदक भूलेख सत्यापन हेतु नवीनतम खतौनी की प्रति संबंधित विकास खण्ड के राजकीय कृषि बीज भण्डार पर उपलब्ध करा दें, ताकि अग्रिम कार्यवाही पूर्ण की जा सके।

ऐसे कृषक जिन्होंने वर्ष 2019 में जन सेवा केन्द्र एवं स्वयं से पंजीकरण कराए थे, उनमें से कुछ का डाटा कमियों के कारण तहसील एवं कृषि विभाग द्वारा रिजेक्ट कर वापस किया जा रहा है, क्योंकि उस समय आधार एवं भूलेख खाता विवरण अपलोड की व्यवस्था नहीं थी। कुछ डाटा में आधार एवं खतौनी अपठनीय होने के कारण भी रिजेक्ट किया जा रहा है। ऐसे कृषकों को जन सेवा केन्द्र पर जाकर Pmkisan.gov.in वेबसाइट के फार्मर कॉर्नर में ‘स्टेटस ऑफ सेल्फ रजिस्टर्ड से देखकर अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए जन सेवा केन्द्र पर ही आधार एवं भूलेख खाता/खतौनी विवरण की स्पष्ट छायाप्रति अपलोड करानी है।

ई केवाईसी के साथ एनपीसीआई भी जरूरी

जिन किसानों ने एनपीसीआई नहीं कराया था, उनकी सम्मान निधि रुक गई है। अतः इसको चालू करने के लिए अपने बैंक में जाकर एनपीसीआई की वेबसाइट में अपना आधार और बैंक खाता संख्या फ़ीड करा कर डीबीटी सक्रिय करा दें। जिससे कि रुकी हुई सम्मान निधि आने लगे।