Nainital: उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में सुमार नैनीताल नैनी झील के लिए प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने इस स्थान पर तांडव किया था। इसके अलावा नैनी चोटी जिसे चाइना पीक के नाम से भी जाना जाता है 2611 मीटर की ऊंचाई के साथ नैनीताल में सबसे ऊंची चोटी है। नैनीताल में प्रति वर्ष लाखों पर्यटक घूमने आते है।
यह स्थान साल भर घूमने लायक जगह है लेकिन, नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर जून के बीच है। गर्मियों के मौसम में यह दिन के समय सैर-सपाटा और नाव की सवारी के लिए सुखद है, क्योंकि इस समय मौसम अनुकूल होता है। जुलाई से सितंबर तक भारी बारिश होती है और कुछ सड़कें अवरुद्ध हो सकती हैं। हालांकि सरकार द्वारा कुछ ही समय में साफ कर दिया जाता है।
नैनीताल एक शक्तिपीठ है ऐसा माना जाता है कि देवी सती की बाईं आंख यहां गिरी थी। जिससे नैनी झील को एक आंख का आकार मिला। स्थानीय लोग नैना देवी के सम्मान में एक उत्सव भी मनाते हैं। उत्सव के समय देश विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक इस स्थान पर पहुंचते हैं।
नैनीताल में बर्फबारी का समय
शहर एक उपोष्णकटिबंधीय उच्चभूमि है और यहां आमतौर पर दो से तीन साल के अंतराल पर बर्फबारी होती है।
दिसंबर के अंत से जनवरी तक सबसे ठंडा समय होता है।
इस दौरान इस जगह बर्फ के टुकड़े देखे जा सकते हैं।
फरवरी और मार्च में शहर में भारी बारिश और ओलावृष्टि होती है।
इस समय पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है।
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन
काठगोदाम नैनीताल का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो लगभग शहर से 23 किमी दूर है।
दिल्ली, देहरादून, लखनऊ, आगरा, मथुरा और उत्तर भारत के अन्य शहरों से काठगोदाम के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं।
काठगोदाम रेलवे स्टेशन के बाहर बसें और टैक्सियां उपलब्ध हैं।
काठगोदाम से नैनीताल तक बस टिकट की कीमत 60 रुपये है।
इसके अलावा अपने वाहन से भी यहाँ आसानी से पहुंचा जा सकता है।