हाथ में टॉर्च और डंडा लेकर कड़कड़ाती ठंड में खेतों की रखवाली कर रहे अन्नदाता

PROBLEM OF FARMERS: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छुट्टा पशु किसानों के लिए एक बड़ी परेशानी का कारण बने हुए हैं। वैसे तो किसान अपनी फसल को लेकर हर समय ही चिंतित रहते हैं, ऊपर से यह छुट्टा पशु किसान की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। जिस कारण अन्नदाता की चिंता और बढ़ गई है शाम ढलते ही किसान एक हाथ में टॉर्च और दूसरे हाथ में डंडा लेकर कड़कड़ाती ठंड में अपने फसलों की रखवाली करने निकल पड़ते हैं। पूरी रात इस भयंकर सर्दी और शीतलहर का सामना करते हुए अन्नदाता इन छुट्ट पशुओं से अपनी फसलों की रखवाली कर रहे हैं।

अधिकांश किसानों ने अपने खेतों पर ही झोपड़ी बना ली है। जिसके सामने अलाव जलाकर तापते हुए अपनी फसलों की रखवाली कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच यदि खेत में पशु आ जाए तो इस कड़कड़ाती ठंड और शीतलहर के बावजूद भी किसानों को डंडा लेकर पशु के पीछे भागना पड़ता है। जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किसान अन्न उत्पन्न करने के लिए कितनी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

भयंकर सर्दी में फसलों की पहरेदारी करने को मजबूर किसान

जनपद अमरोहा के गांव में अपने खेत की रखवाली कर रहे हैं। किसान सम्मन ने बताया कि फसल की बुवाई के बाद फसल के उगने से लेकर और पकने तक बल्कि खेत खाली होने तक हाथ में टॉर्च और डंडा लेकर चौकीदार की तरह अपने ही खेतों की रखवाली दिन और रात करनी पड़ रही है। इतनी कड़कड़ाती ठंड में जब लोग रजाई से बाहर नहीं निकल रहे हैं तो हम जैसे किसान इस भयंकर सर्दी के बावजूद दिन और रात अपने फसलों की पहरेदारी करने को मजबूर है। किसान यशवीर सिंह ने बताया कि बीस से तीस पशु झुंड बनाकर खेत में घुस जाते हैं और फसल को बर्बाद कर देते हैं। जिस कारण हमें अपनी फसलों को बचाने के लिए दिन और रात अपने खेतों पर ही रहना पड़ता है।

हम आपको बता दें कि जब किसानों से आगे बात की गई तो उन्होंने बताया कि हालांकि हमें सरकार पर भरोसा है कि वह जल्द ही इन छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाने का कार्य करेगी। समय-समय पर जनप्रतिनिधि और अधिकारी गौशालाओं का निरीक्षण कर नई गौशाला का जल्द से जल्द निर्माण कराने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे हमें उम्मीद है कि जल्द ही इन छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात मिल जाएगी। जिसके बाद किसान राहत महसूस करेंगे।