माहे रमजान शुरू, रोजा रखकर मांगी गई हर दुआ होती है कबूल

MAHE RAMADAN: रमजान के महीने का इस्लाम धर्म में बहुत महत्त्व है, ऐसा विश्वास है कि इस महीने की गई इबादत से अल्लाह खुश होता है और रोजा रखकर मांगी गई हर दुआ कबूल होती है| रमजान का महीना 30 दिन का होता है, जिसके बाद ईदुलफितर का त्यौहार मनाया जाता है| रोजा रखने से दिल सेहत मंद बना रहता है और इंसान कई तरह की बीमारियों से दूर रहता है, रोजा दिल से बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है और उसे स्वस्थ बनाता है, रोजा रखने से दिमाग भी मजबूत बनता है, एक अध्ययन के अनुसार रोजा रखने से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ जाती है, इतना ही नहीं दिमाग सही से भी काम करता है|

24 मार्च 2023 से 5 महिना रमजान शुरू हो गया है, 24 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा, रमजान में हर मुसलमान के लिए रोजा रखना अनिवार्य माना गया है, रोजा की शुरुआत सुबह शायरी के साथ होती है और फिर शाम को एक बार करके रोजा खोला जाता है, रमजान की शुरुआत चांद दिखने के अगले दिन से होती है|

रोजे के दौरान करें इन नियमों का पालन

रमजान के महीने में रोजे के दौरान कुछ नियमों का पालन करना होता है:-

  • रमजान के दौरान हर रोजेदार के लिए पांच वक्त की नमाज जरूरी होती है|
  • रमजान के पवित्र महीने में ईद से पहले जकात बेहद जरूरी है|
  • जकात में अपने साल भर की कमाई का ढाई फीसदी हिस्सा जरूरतमंदों को दान देना अच्छा होता है|
  • रमजान के महीने में इबादत करने वाले को अल्लाह का शुक्रिया अदा करना चाहिए|

पूरे माह करें अल्लाह की इबादत

इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना रमजान का होता है, यह महीना बहुत पाक होता है, जिसमें पूरे दिन रोजा रखा जाता है, भूखे रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं, रमजान के महीने में अल्लाह अपने बंदों के नजदीक रहता है|

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