DAUD IBRAHIM: एक हेड कांस्टेबल का बेटा आखिर कैसे बन गया क्राइम की दुनिया का बेताज बादशाह। आज हम बताएंगे कैसे मुंबई में एक हैड कांस्टेबल का बेटा अंडरवर्ल्ड का डॉन बन गया। उसे देश छोड़कर भागना पड़ा। आज हम बात करेंगे देश के सबसे बड़े डॉन दाऊद इब्राहिम की। दाऊद इब्राहिम का जन्म सन् 1955 में रत्नागिरी महाराष्ट्र में हुआ था। पिता मुंबई में हेड कांस्टेबल थे। जन्म के कुछ समय पश्चात ही यह मुंबई आकर रहने लगे।
शुरुआती दौर में प्रारंभिक शिक्षा इन्होंने एक मिडिल क्लास स्कूल से ही प्राप्त की। इसी दौरान उसने देखा कि लोग बड़ा अच्छा जीवन जी रहे हैं, लेकिन हमारा जीवन तो एक सामान्य जीवन है। मन में डाॅन बनने का ख्याल आ गया। परिवार के लोगों ने काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन, दाऊद ने परिवार की बात को मानने से साफ इनकार कर दिया।
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करीम लाला और हाजी मस्तान से अलग होकर बनाया अपना गैंग
फिर परिवार के लोगों ने सोचा क्यों ना दाऊद की शादी कर दी जाए। अगर शादी कर दी तो शायद यह बुरे कर्मों को छोड़ दे। शादी कर दी गई, लेकिन फिर भी दाऊद ने पीछे हटने का नाम नहीं लिया। दाऊद करीम लाला की गैंग में शामिल हो गया और करीम लाला व हाजी मस्तान के लिए काम करने लगा। कुछ समय पश्चात ही दाऊद को न जाने क्या हुआ कि उसने करीम लाला और हाजी मस्तान से अलग होकर अपना गैंग बनाने का सोच लिया।
अपने कुछ लोगों के साथ उसने एक अलग गैंग तैयार किया। करीम लाला और हाजी मस्तान से दाऊद इब्राहिम की दुश्मनी भी बढ़ती चली गई। 1980 के दशक में दाऊद इब्राहिम ने अंडरवर्ल्ड की दुनिया में कदम बढ़ा दिया और लूट, फिरौती तथा ड्रग्स जैसे अवैध कारोबार को दाऊद इब्राहिम ने अपना कारोबार बना लिया। मुंबई अंडरवर्ल्ड में दाऊद का ग्राफ सबसे ऊपर उठता चला गया और वह अंडरवर्ल्ड का डॉन बन गया।
मुंबई में हुए बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था दाऊद इब्राहिम
साल 1993 में मुंबई के अंदर बम ब्लास्ट हुए। बताया जाता है कि उन बम ब्लास्ट में भी दाऊद इब्राहिम का ही मास्टरमाइंड था। जिसमें लगभग 300 से 350 लोगों की जान चली गई और लगभग 700 लोग बुरी तरह घायल हो गए। अब दाऊद इब्राहिम को पुलिस लगातार खोजने में लग गई। लेकिन दाऊद इब्राहिम देश छोड़कर भाग गया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान शरण दे देता है। दाऊद इब्राहिम को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित कर दिया। बाद में साल 2003 में भारत और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की सरकार ने भी दाऊद को वैश्विक स्तर पर आतंकवादी घोषित कर दिया। लेकिन, फिर भी उसे देश और दुनिया की पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।
आज भी दाऊद इब्राहिम पुलिस की पकड़ से दूर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दाऊद इब्राहिम के पास कितना धन और बल हो सकता है। यह विश्व के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर रह गया है। हालांकि, न जाने कितनी खुफिया एजेंसी आज भी दाऊद इब्राहिम की जांच कर रही है और उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन वह हर बार पुलिस को धोखा देने में सफल हो जाता है।