गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से बच्चों का भविष्य होगा उज्जवल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति

EDUCATION NEWS: जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान बुढनपुर अमरोहा में तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सेमिनार अभिनव पर्व नवाचार टीएलएम मेला के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला अधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया तथा छात्राओं द्वारा स्वागत गीत की मनमोहक ध्वनि प्रस्तुत की गई।

बच्चों को नवाचार कर शिक्षा दें

कार्यक्रम में उपस्थित बेसिक शिक्षा विभाग के एआरपी, एसआरजी, खंड शिक्षा अधिकारी व बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षक बच्चों का भविष्य हैं, यदि आप बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ईमानदारी के साथ देंगे तो अवश्य ही बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा और देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत जो निर्देश दिए गए हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। आप बच्चों को नवाचार कर शिक्षा दें। ऐसी शिक्षा दें, जिससे बच्चे सरल भाव से सीख सकें। कक्षा 4 से 5 के बच्चों को लेखन में ज्यादा जोर दें।

बच्चों को नवाचार के माध्यम से शिक्षा देने में शिक्षकों का अहम रोल होना चाहिए। बच्चों को पढ़ने के अलावा खेल और योग में भी प्रशिक्षित करें। ऐसी शिक्षा दें, जो बच्चे के भविष्य को सुधारने में मदद कर सके। सरकार की मंशा है कि प्राथमिक स्तर से ही बच्चे नई तकनीक का प्रयोग करें और वह आगे सरल तरीके से सीखने के गुणों का विकास कर सकें। सरकार द्वारा शिक्षा पर पर्याप्त धन भी खर्च किया जा रहा है। आप लोगों को कोई भी कठिनाई नहीं हो रही है। इसलिए आप लोग अधिक से अधिक पढ़ाने में जोर दें।

 

जो विषय आवंटित है, उसमें पूरा समय लगाकर बच्चों को अवश्य पढ़ाएं। प्रतिदिन विद्यालय जाएं और बच्चों को पढ़ाएं। आप खुद नई शिक्षा नीति से सीखें और बच्चों को भी सिखाएं। आपकी सोच अच्छी हो आप अपनी सोच रहन-सहन जीवन स्तर को बच्चों पर भी दिखाएं। उन्हें अच्छे गुण सिखाने का कार्य करें तो अवश्य ही बच्चे अच्छे बन सकेंगे और अच्छे नागरिक बन कर प्रदेश, देश और परिवार का नाम रोशन करेंगे। अपना भविष्य उज्जवल कर अपना जीवन सुधार सकेंगे।

शिक्षक ही हैं बच्चों का भविष्य 

मुख्य विकास अधिकारी चंद शेखर शुक्ल ने कहा कि शिक्षा व नवाचार में बदलाव करें। अध्यापक की जब तक सोच नहीं बदलेगी। आपकी इच्छा शक्ति स्वयं जाग्रत नहीं होगी। तब तक कुछ भी होने वाला नहीं है। अपने आप को स्वयं सुधारें और प्रतिदिन समय लगाकर बच्चों को पढ़ाएं। आप लोग बच्चों का भविष्य निर्धारित करते हैं। ऐसी शिक्षा दें, जिससे सीखने के गुणों का विकास हो सके और वह आगे की कक्षाओं में सरल तरीके से विषय को पढ़कर समझ कर अपना भविष्य उज्ज्वल कर सके।

अध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के प्रति प्रेरित किया

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता वर्मा ने भी अध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के प्रति प्रेरित किया।कार्यक्रम का संचालन श्रेयस यादव ने किया। कार्यक्रम के अवसर पर प्राचार्य, जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान मुनीस कुमार, डॉक्टर हरेंद्र कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र, डॉक्टर निखिल कुमार दास असिस्टेंट प्रोफेसर मनोविज्ञान हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमरोहा, प्रशिक्षण प्रभारी कुंदन सिंह, सह प्रभारी रमाशंकर, एआरपी एसआरजी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।

 

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