TIGRI MELA 2023: धार्मिक उत्सव न सिर्फ आस्था के बल्कि उमंग, उल्लास एवं राष्ट्रीय एकता के उद्घोषक हैं। श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय/ संस्थान की ओर से ऐतिहासिक गंगा मेले में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन किया गया। ऐतिहासिक गंगा मेला के “कल्चरल ग्राउंड” में आयोजित देर रात तक हजारों लोगों की ऊर्जामय उपस्थित के बीच शिक्षक विधायक डॉ हरि सिंह ढिल्लो, जिलाधिकारी राजेश त्यागी, सीडीओ, एडीएम, एसडीएम, सीएमओ, निवर्तमान विधायक कमल मलिक समेत प्रदेश के दो दर्जन से अधिक जनप्रतिनिधियों, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी ने इस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को ऐतिहासिक बना दिया।
नामचीन कवियों ने प्रस्तुत की कविताएं
देश के प्रख्यात कवि डॉ दिनेश रघुवंशी, सुविख्यात कवियत्री अनामिका जैन अंबर, लाफ्टर चैलेंज के विजेता हास्य कवि प्रताप फौजदार, यश भारती से सम्मानित कवित्री डॉक्टर सरिता शर्मा, श्रृंगार रस की बड़ी कवित्री डॉ सपना सोनी, व्यंग रस के बड़े कवि सर्वेश अस्थाना, ओज के नामचीन कवि अनिल अनल समेत देश के विभिन्न हिस्सों से आए एवं स्थानीय कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर शमां बांध दिया। ऐतिहासिक गंगा मेला के साथ-साथ संविधान दिवस होने के उपलक्ष में जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह, सीडीओ अश्वनी मिश्र, मेला अधिकारी मायाशंकर यादव आदि ने कुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी के साथ मिलकर देश के विभिन्न हिस्सों से आए नामचीन कवियों को पगड़ी, पटका, संविधान की पुस्तक एवं अशोक स्तंभ भेंट कर सम्मानित किया।
दिनेश रघुवंशी ने किया शौर्यवीरों को नमन
गंगा मेले के “कल्चरल ग्राउंड” में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए फरीदाबाद से आए प्रख्यात कवि दिनेश रघुवंशी ने हाल ही में जम्मू कश्मीर में शहीद हुए हमारी सेना के पांच शौर्यवीरों को नमन करते हुए कुछ यूं कहा…..
- मिटा पर मातृभूमि की पीर हर आया, सलामी दो।
- वो अपने पूर्ण सारे फर्ज कर आया, सलामी दो।
- नमन उसे वीरमाता को, पति से गर्व से बोली।
- तिरंगे में लिपट कर लाल घर आया, सलामी दो।।
- सुनाकर सभी की आंखें नम कर दी।
“श्रृंगार रस की प्रख्यात कवित्री अनामिका जैन अंबर ने माहौल को सुरमई बनाते हुए पढ़ा कि..
- जो कानों तक नहीं पहुंचे, वही अल्फाज मत होना।
- जिसे दिल जान ना पाए, कभी वो राज मत होना।
- है मुमकिन गलतियों से गलतियों का भी तो हो जाना।
- मुझे तुम कुछ भी कह लेना मगर नाराज मत होना।
सपना “सोनी” ने कुछ यूं पढ़ा
लाफ्टर चैलेंज के चैंपियन सरदार प्रताप फौजदार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि 10 साल कुर्सी पर बैठने के बाद भी उन्हें एहसास ही नहीं हुआ कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए सिर्फ सरदार होना जरूरी नहीं है, असरदार होना चाहिए। राजस्थान दोसा से आई श्रृंगार रस की कवित्री सपना “सोनी” ने कुछ यूं पढ़ा की…
- जमीन पे चांद मेरे सामने उतर आया।
- जिसे निहार मेरे दिल में प्यार भर आया।
- खुदा से तेरे सिवा और कुछ नहीं मांगा।
- जिधर भी देखूं मुझे तू ही तू नजर आया।
वेंकटेश्वरा संस्थान द्वारा आयोजित “अखिल भारतीय कवि सम्मेलन” को देश के नामचीन कवि सर्वेश अस्थाना, ओज के बड़े कवि अनिल अनल, डॉ सरिता शर्मा, डॉ प्रवीण राही, कशिश मुरादाबदी एवं राहुल शर्मा समेत एक दर्जन से अधिक कवियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर मेलाधिकारी एडीएम माया शंकर यादव, सीएमओ डॉ एसपी सिंह, वेंकटेश्वरा समूह के प्रधान सलाहकार प्रोफेसर वीपीएस अरोड़ा, सीईओ अजय श्रीवास्तव, प्रभारी कुलपति डॉ राकेश यादव, कुलसचिव प्रो पीयूष पांडे, अरुण गोस्वामी, एसएस बघेल, गुरदयाल सिंह, मेरठ परिसर निदेशक डॉ प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।