RADHA RANI MANDIR BARSANA: उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा के बरसाना में 250 मीटर ऊंचे एक पहाड़ पर बहुत ही सुंदर मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर को 1675 ई. में राजा वीर सिंह द्वारा बनवाया गया था। जिसे बाद में स्थानीय लोगों द्वारा पत्थर आदि लगाकर सुंदर तरीके से सजाया गया है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को करीब 250 सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता है। हम बात कर रहे हैं बरसाने की लाडली श्री राधा रानी मंदिर की। बरसाने के बीचोंबच एक पहाड़ी है, जिस पर यह खूबसूरत मंदिर बना हुआ है।
इस मंदिर को बरसाने की लाडली का मंदिर, राधा रानी महल तथा लाडली जी महाराज आदि नामों से भी जाना जाता है। भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को यहां विशेष पूजा होती है। माना जाता है कि इस दिन राधा रानी का जन्म हुआ था।
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बरसाना स्थित राधा रानी मंदिर में दर्शन करने जाते श्रद्धालु
धूमधाम से मनाया जाता है राधा अष्टमी का त्यौहार
राधा रानी मंदिर में राधा अष्टमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। राधा अष्टमी का पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इस पर्व को स्थानीय लोग अपने लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण मानते हैं। इस पर्व से पूर्व मंदिर को फूलों और फलों से बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है। राधा रानी को लड्डू तथा 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। जिसे सबसे पहले मोर को खिलाया जाता है। मान्यता के अनुसार मोर को राधा कृष्ण का स्वरूप माना गया है। इसके बाद बाकी बचे प्रसाद को श्रद्धालुओं में वितरित किया जाता है। प्रसाद वितरण के बाद मंदिर में श्रद्धालु बधाई गीत गाते हैं और राधा रानी के भजनों पर नृत्य करके राधा अष्टमी का त्यौहार धूमधाम से मनाते हैं।
लाडली मंदिर में गर्मी के मौसम में शयन आरती रात 9 बजे जबकि सर्दी के मौसम में रात 8 बजे होती है। मंगला आरती का समय गर्मी के मौसम में प्रातः 5 बजे तथा सर्दी के मौसम में 5:30 बजे है। श्रृंगार आरती प्रत्येक दिन प्रातः 8 बजे ही होती है।
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