छ: माह में बनाया 36 किमी बांध, जानें श्री हरिबाबा के चमत्कारिक रहस्य

Haribaba Bandh Dhaam: उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में एक ऐसा धाम है, जहां दिन रात हरि नाम कीर्तन निरंतर चलता रहता है। हरे रामा हरे कृष्णा की धुन पूरे आश्रम में सुनाई देती है। हम आपको बता दें कि जनपद संभल के गवां अनूपशहर मार्ग पर मोलनपुर गांव के नजदीक हरि बाबा बांध धाम आश्रम स्थित है। जहां प्रतिदिन क्षेत्र के गांव तथा दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं का तांत लगा रहता है। इस आश्रम को श्री हरि बाबा महाराज ने स्थापित किया था। इसी स्थान पर पहले उनकी कुटिया हुआ करती थी। वैसे तो देशभर में ही श्री हरि बाबा के हजारों लाखों भक्त मौजूद हैं, लेकिन जनपद संभल के गवां के आसपास तथा अमरोहा जनपद के गंगेश्वरी विकासखंड के खादर क्षेत्र में श्री हरि बाबा के प्रति लोगों में बहुत गहरी आस्था है।

खादर क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में करीब 100 वर्ष पहले गंगा में बाढ़ आ जाने के कारण फसल नष्ट हो जाती थी तथा ग्रामीणों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। ऐसे में श्री हरि बाबा महाराज ने बांध का निर्माण कर खादर क्षेत्र को बाढ़ के कहर से निजात दिलाई। अब इस क्षेत्र में खुशहाली का राज है।

बांध बनाकर दिलाई बाढ़ के खतरे से मुक्ति

हरि बाबा ने जन सहयोग से मात्र 6 माह के अंदर ही 36 किलोमीटर लंबा बांध बनवा कर खादर क्षेत्र को बाढ़ के खतरे से मुक्ति दिलाने का काम किया। हरि बाबा का जन्म पंजाब के जनपद होशियारपुर के एक गांव में हुआ था। जानकारी के अनुसार उन्होंने लाहौर से एमबीबीएस की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर सन्यास ले लिया था। जिसके बाद वह जनपद संभल के गंवा के पास गंगा किनारे आकर रहने लगे। उस समय गंगा में बाढ़ आ जाने के कारण खादर क्षेत्र में जल ही जल दिखाई देता था। क्षेत्र की ऐसी दशा देख हरि बाबा ने बांध बनाने का निर्णय लिया। 1921 में ग्रामीणों की मदद से बांध बनाना शुरू किया और मात्र 6 माह की अवधि में ही 36 किलोमीटर बांध का निर्माण कर दिया। इस दौरान बाबा अपने हाथ से प्रसाद बनाकर मिट्टी डालने वाले आदमियों को वितरित करते थे। कहा जाता है कि बाबा द्वारा बांटे जाने वाला प्रसाद कभी समाप्त नहीं होता था।

निरंतर जारी है हरिनाम कीर्तन

आज इस स्थान को श्री हरि बाबा बांध धाम के नाम से जाना जाता है। बाबा द्वारा शुरू किए गए हरि नाम कीर्तन को आज भी ग्रामीणों की मदद से 24 घंटे निरंतर जारी है। इसके अलावा यहां पर प्रतिदिन भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। आश्रम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर समय भोजन की व्यवस्था उपलब्ध रहती है। संपन्न लोगों के द्वारा यहां पर अनेक तरह की व्यवस्थाएं भी की गई है। क्षेत्र के लोग शादी से संबंधित जुड़े छोटे कार्यक्रम तथा जन्मदिन व नामकरण आदि शुभ कार्य हरि बाबा आश्रम पर ही संपन्न कराते हैं और बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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