प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत 15 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन

मत्स्य संपदा योजना: वित्तीय वर्ष 2023-24 में मत्स्य पालन विभाग में संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निषाद राज वोट योजना और मत्स्य पालक कल्याण कोष हेतु विभिन्न मात्स्यिकी परियोजनाओं के लाभ से जनसामान्य को आच्छादित करने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने हेतु विभागीय पोर्टल https://Fisheries.up.gov.in को दिनांक 30.05.2023 से दिनांक 30.06.2023 तक के लिए खोला गया था। जिसको पुनः दिनांक 1.07.2023 से दिनांक 15.07.2023 तक के लिए खोला गया है। जिसके अन्तर्गत मुख्य मंत्री मत्स्य संपदा योजना हेतु भी आवेदन किया जा सकता है।

योजनान्तर्गत परियोजना का विवरण इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले अभिलेख व विस्तृत विवरण एवं विज्ञापन विभागीय पोर्टल पर देखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त मत्स्य विभाग के जनपदीय कार्यालयों पर किसी भी कार्य दिवस में उपस्थित होकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक ऐसी योजना है, जिसके माध्यम से मछली पालन व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों की आय में वृद्धि करने के साथ ही उनके जीवन स्तर में सुधार करना है। केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश में मछली पालन को बढ़ावा देना है।

इसके अंतर्गत मछली की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

साथ ही मत्स्य पालन करने वाले लोगों को जिले स्तर पर विभाग द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

ऐसे करें मछली पालन की शुरुआत

तालाब की तैयारी करना सुनिश्चित करें।

जीरा संचयन: तालाब में छह चुनी हुई मछलियों के संचयन से उत्पादन अधिक होता है।

खाद का प्रयोग: गहन मछली उत्पादन हेतु जैविक एवं रासायनिक खाद उचित मात्रा में समय-समय पर देना आवश्यक है।

कृत्रिम भोजन: मछली के अधिक उत्पादन के लिए प्राकृतिक भोजन के अलावा कृत्रिम भोजन की आवश्यकता होती है।

मत्स्य पालन से लाभ मछली के भोजन, वृद्धि, मछली के प्रजनन तथा जल क्षेत्र की विशेषताओं पर निर्भर करता है।