राहुल द्रविड़ के 50वें जन्मदिन पर जानिए उनके क्रिकेट कैरियर के बारे में

SPORTS NEWS: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक मिस्टर कूल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। राहुल द्रविड़ एक वैकल्पिक विकेटकीपर के रूप में टीम में अपनी भूमिका निभाते थे। वह दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करने के अलावा राइट आर्म ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते थे। राहुल द्रविड़ ने 3 अप्रैल 1996 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया। इसके 2 माह बाद ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 20 जून 1996 को इंग्लैंड के खिलाफ पदार्पण किया। उन्होंने अपना अंतिम एकदिवसीय मैच 16 सितंबर 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला। जबकि आखिरी टेस्ट मैच 24 जनवरी 2012 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे।

31 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ द्रविड ने अपना T20 मैच खेला। यह उनका एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच था। इसके अलावा 2008 से 2010 तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु तथा 2011 से 2013 तक राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल टीमों का हिस्सा रहे।

10 हजार रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं द्रविड़

राहुल द्रविड़ के अंतरराष्ट्रीय कैरियर की बात करें तो उन्होंने कुल 164 टेस्ट मैच खेलते हुए 13288 रन बनाए। जिसमें उनके द्वारा बनाए गए 36 शतक और 40 अर्धशतक भी शामिल है। उनका उच्चतम स्कोर 270 रन रहा। राहुल द्रविड़ ने 344 वनडे मैच खेले और कुल 10889 रन बनाए। वनडे में उनके बल्ले से 12 शतक और 83 अर्धशतक निकले। उच्चतम स्कोर 153 रन रहा। द्रविड को वर्ष 2000 में पांच विसडेन क्रिकेटरों में सर्वश्रेष्ठ चुनकर सम्मानित किया गया। 2004 के उद्घाटन पुरस्कार समारोह में आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर और वर्ष के टेस्ट प्लेयर के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

मिस्टर कूल और दीवार के नाम से मशहूर हैं राहुल द्रविड़

टेस्ट मैच में लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता के कारण उन्हें दीवार के रूप में भी जाना जाता है। सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर के बाद राहुल द्रविड़ तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दस हजार से अधिक रन बनाए हैं। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाले वह दुनिया के छठे और सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बाद भारत के तीसरे बल्लेबाज बने। राहुल द्रविड़ भारत के ऐसे पहले कप्तान बने जिनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को उसी की धरती पर टेस्ट मैच हराया था।